हरियाणा के नरवाना शहर में एक बड़े फिरौती के मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें दो बदमाशों ने एक व्यापारी से दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ भी हुई, जिसमें बदमाशों की कार पर पुलिस द्वारा चलाई गई गोली का निशान पाया गया। यह घटना शुक्रवार रात को नरवाना के विश्वकर्मा चौक के पास हुई। पुलिस की कार्रवाई के बाद बदमाश कार छोड़कर जंगल की तरफ भाग गए, लेकिन पुलिस ने उनकी कार को कब्जे में ले लिया। तलाशी में पुलिस ने एक तलवार, दो देशी पिस्तौल और दो मोबाइल फोन बरामद किए।
मामला क्या था?
यह मामला 23 नवंबर 2024 को शुरू हुआ, जब गोहाना के एक व्यापारी सुनील वर्मा को दो बदमाशों ने फिरौती की रकम देने के लिए धमकाया। बदमाशों ने सुनील वर्मा से दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी और फिरौती की रकम नरवाना के विश्वकर्मा चौक पर देने के लिए कहा। इस दौरान व्यापारी ने पुलिस को सूचित किया और पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। व्यापारी को दस लाख रुपये लेकर नरवाना बुलाया गया, और पुलिस ने पहले से ही अपनी टीम को तैनात किया था ताकि बदमाशों को पकड़ने में मदद मिल सके।
पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़
जब व्यापारी ने तय जगह पर फिरौती की रकम देने के लिए कदम बढ़ाए, तो पुलिस की टीम पहले से ही वहां मौजूद थी। पुलिस ने बदमाशों को घेरने की कोशिश की और उन्हें सरेंडर करने को कहा, लेकिन बदमाशों ने जवाब में पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, और बदमाशों की कार पर गोलीबारी की। पुलिस की गोली से बदमाशों की कार में कुछ निशान मिले, जो इस बात को साबित करते हैं कि पुलिस का जवाबी हमला सही था।
बदमाशों ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारी और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने हार नहीं मानी। बदमाशों ने मौके का फायदा उठाकर अंधेरे में फरार होने का प्रयास किया, और पुलिस से बचने में सफल हो गए। हालांकि, पुलिस ने उनकी कार को कब्जे में लेकर उसकी तलाशी ली, जिसमें कई महत्वपूर्ण सामान बरामद हुए। पुलिस ने कार से एक तलवार, दो देशी पिस्तौल और दो मोबाइल फोन बरामद किए।
डीएसपी नरवाना, अमित भाटिया ने बताया कि पुलिस ने व्यापारी की सूचना के आधार पर पहले से ही फिरौती के स्थान पर निगरानी शुरू कर दी थी। पुलिस की घेराबंदी से बचने के लिए बदमाशों ने न केवल गोली चलाई, बल्कि पुलिस की गाड़ी से भी टक्कर मारी। इस दौरान पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाते हुए जवाबी गोलीबारी की। पुलिस द्वारा चलाई गई गोली बदमाशों की कार पर लगी, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वे भागने में सफल हो गए।
अमित भाटिया ने आगे बताया कि बदमाशों की पहचान की जा चुकी है और पुलिस मोबाइल फोन और कार के नंबर प्लेट के आधार पर उनकी तलाश कर रही है। पुलिस ने उनके पीछे एक कड़ी निगरानी प्रणाली स्थापित कर दी है और वह जल्द ही उन्हें पकड़ने का दावा कर रही है।
पुलिस द्वारा बरामद सामान
पुलिस ने बदमाशों की कार से जो सामान बरामद किया, वह इस बात को दर्शाता है कि वे फिरौती मांगने के लिए पूरी तरह से तैयार थे। तलवार और देशी पिस्तौल जैसी हथियारों के साथ-साथ दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। इन मोबाइलों से पुलिस को बदमाशों की पहचान और उनकी गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
पुलिस को यह भी संदेह है कि बदमाशों का कोई और गिरोह हो सकता है, जो इस तरह के अपराधों में शामिल हो। पुलिस अब इन अपराधियों की तलाश में जुटी हुई है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि वे पकड़े जाएं।
व्यापारी की भूमिका और पुलिस की सजगता
व्यापारी सुनील वर्मा की सूझबूझ और पुलिस की तत्परता ने इस मामले में एक बड़ी सफलता दिलाई है। व्यापारी ने जब पुलिस को सूचित किया, तो पुलिस ने तुरंत ही कार्रवाई की और बदमाशों को पकड़ने के लिए पूरी तैयारी कर ली। यदि व्यापारी पुलिस को सूचित नहीं करता, तो बदमाश अपनी योजना को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकते थे।
पुलिस की तेज प्रतिक्रिया और सावधानी से की गई योजना ने बदमाशों को अपनी जाल में फंसने का मौका दिया। पुलिस की टीम ने मुठभेड़ में शामिल होकर अपनी जान की परवाह किए बिना अपराधियों को पकड़ने का प्रयास किया। हालांकि, बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए, लेकिन पुलिस को उम्मीद है कि वह जल्द ही उन्हें पकड़ने में सफल होगी।