दिल्ली के नजफगढ़ से विधायक और पूर्व आम आदमी पार्टी (AAP) के मंत्री कैलाश गहलोत आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, वे आज दोपहर 12:30 बजे BJP की सदस्यता ले सकते हैं। गहलोत ने रविवार को ही AAP से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज हो गई है कि वह BJP में शामिल हो सकते हैं।

कैलाश गहलोत ने अपने इस्तीफे के साथ दिल्ली सरकार और AAP के भीतर मौजूद कुछ गंभीर मुद्दों को उजागर किया। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर पार्टी की स्थिति पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि AAP अब उन उद्देश्यों से भटक गई है, जिनके लिए इसे स्थापित किया गया था। गहलोत ने पार्टी के भीतर राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं और नेतृत्व की कमी की आलोचना की, और यह आरोप लगाया कि पार्टी अब अपने वादों को पूरा करने के बजाय केवल अपने राजनीतिक एजेंडों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

AAP और दिल्ली सरकार पर आरोप

कैलाश गहलोत ने अपने पत्र में यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व ने दिल्ली के लोगों से किए गए कई वादों को पूरा नहीं किया, जिसमें यमुना सफाई का वादा भी शामिल था। गहलोत के अनुसार, यमुना नदी पहले से कहीं ज्यादा प्रदूषित हो गई है, जबकि इस मुद्दे को AAP ने अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया था। इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री आवास “शीशमहल” जैसे विवादों का भी जिक्र किया, जो पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने का कारण बने।

गहलोत ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार का अधिकांश समय केंद्र सरकार से टकराने में बर्बाद हो रहा है, जिससे राज्य का विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य दिल्ली के लोगों की सेवा करना था, लेकिन AAP में रहते हुए उन्हें यह अवसर नहीं मिला। यही कारण था कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और मंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया।

दिल्ली सरकार ने इस्तीफा मंजूर किया

दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने कैलाश गहलोत का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। गहलोत दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री थे, और उनके इस्तीफे के बाद उनके विभागों को मुख्यमंत्री आतिशी के पास सौंप दिया गया है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के अनुसार, अब गहलोत के सभी विभाग मुख्यमंत्री आतिशी के पास रहेंगे, और इस संबंध में प्रस्ताव दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को भेजा जा चुका है।

BJP में शामिल होने की वजह

AAP के भीतर चल रही समस्याओं और ईडी तथा आयकर विभाग द्वारा कैलाश गहलोत के खिलाफ की जा रही जांचों के कारण यह संभावना जताई जा रही है कि गहलोत ने BJP में शामिल होने का फैसला लिया। सूत्रों का कहना है कि गहलोत के खिलाफ कई बार ED और आयकर विभाग की छापेमारी हो चुकी है, और उन्हें इन मामलों से बचने के लिए BJP का दामन थामने का सबसे अच्छा विकल्प नजर आया।

AAP का आरोप: BJP का गंदा षड्यंत्र

AAP ने कैलाश गहलोत के इस्तीफे और BJP में शामिल होने के फैसले को BJP का गंदा षड्यंत्र करार दिया है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि BJP दिल्ली में आगामी चुनावों को प्रभावित करने के लिए ED और CBI का दुरुपयोग कर रही है। AAP का कहना है कि भाजपा का यह कदम दिल्ली की जनता से सीधे जुड़े मुद्दों की बजाय राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को बढ़ावा देने वाला है।

भाजपा में शामिल हो सकते हैं AAP के अन्य नेता

इसी बीच, AAP के सूत्रों का दावा है कि BJP में कैलाश गहलोत के अलावा कई और बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं। AAP ने यह आरोप भी लगाया है कि BJP उनके नेताओं को “खरीद”ने की कोशिश कर रही है। इस संदर्भ में, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को प्रेस वार्ता करने का ऐलान किया है, जिसमें वे भाजपा के इन प्रयासों पर चर्चा करेंगे।

केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पार्टी के नेताओं को विभाजित करने की कोशिश कर रही है। उनका कहना है कि पार्टी के भीतर ऐसे नेता हैं, जो AAP की नीतियों से असहमत हैं, और भाजपा उनका इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है।