Korba । साइबर ठगों ने एक बार फिर से ठगी का तरीका बदल दिया है। हनी ट्रैप, क्रेडिट कार्ड, बैंक खाता बंद होने के नाम पर होने वाली ठगी से लोग जागरूक हुए तो अब ठगों ने पुलिस में दर्ज ऑनलाइन शिकायतों से पीड़ित पक्ष का नंबर लेकर ठगी करना शुरू की है। नए तरीके में अब ऑनलाइन चालान या केस रफा-दफा करने के नाम पर ठगी की जा रही है।

छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्य के पुलिस पोर्टल को खोलकर वहॉ के दर्ज हुए प्रकरण में दिये गये प्रार्थीयों के मोबाइल नंबर को ऑनलाइन के माध्यम से देखा जा सकता है। जिसका फायदा ठगी करने वाले गिरोह उठते हैं और उन नंबरों पर फोन कर अपने आप को एसपी कार्यालय के पुलिस अधिकारी बनकर, वकील बनकर, न्यायालय के बाबू या अधिकारी बनकर दर्ज शिकायत के नाम पर पैसों की मांग करते हैं। उनसे ठगी करने का प्रयास करते हैं ऐसा किसी भी प्रकार का फोन कॉल आता है तो उसे नजर अंदाज करें या नजदीकी थाना में इसकी जानकारी देवें।

ठगी के नए तरीके से बचने के उपाय

◼️पुलिस पोर्टल में FIR दर्ज कराते समय आवेदक या प्रार्थी अपना मोबाइल नंबर अंकित ना करवाएं

◼️अगर आपके पास पुलिस बनकर, वकील बनकर, कोर्ट का बाबू या अधिकारी बनकर फोन आता है तो उसे नजरअंदाज करें।

◼️अगर कोई कैसे को निपटाने या कैसे को जितवाने के एवज में पैसा मांगता है तो उसे पैसा ना दे।

◼️अगर कोई अनजान नंबर से फोन आता है और पैसे की मांग करता है तो उसे पैसे ना दे।

पुलिस आम नागरिकों से यह अपील करती है कि किसी भी अनजान नंबर से फोन आता है और पैसे की मांग करता है तो उसे जांच परख के बिना पैसा ना दे।

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