फरीदाबाद के मेवला महाराजपुर इलाके में एक पुरानी निर्माणाधीन बिल्डिंग में दो लोगों की हत्या का मामला सामने आया है। यह घटना न केवल शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता का विषय बनी है, बल्कि यह समाज में बढ़ते अपराध और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं पर भी सवाल उठाती है। दोनों शवों को एक ही तरीके से हत्या के बाद फेंका गया था, जिससे यह मामला और भी गंभीर बन गया है।
पुलिस ने शवों को बरामद करने के बाद उन्हें बीके अस्पताल के शव गृह में भेज दिया। मृतक में से एक 35 वर्षीय अविनाश की पहचान हो चुकी है, जबकि दूसरे मृतक की पहचान अभी बाकी है।
गायब होने का मामला
नौ अक्तूबर को सेक्टर 46 पुलिस चौकी क्षेत्र से एक युवक गायब हुआ था, जिसके बाद उसके परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच के दौरान अविनाश का फोन ट्रेस हुआ, जो आरोपी आमिर के पास मिला।
आरोपी आमिर ने पुलिस को बताया कि उसने अविनाश को खंडहर में नशा करने का लालच देकर बुलाया और फिर उसे वहां से धक्का दे दिया। अविनाश की हत्या से पहले आमिर ने एक और व्यक्ति की हत्या की थी, जिसे भी उसने नशे के लालच में फंसाकर खंडहर में ले गया था।
साइको किलर का पैटर्न
आमिर की मानसिक स्थिति और नशे की लत ने उसे एक साइको किलर बना दिया। उसने न केवल एक, बल्कि दो लोगों की हत्या एक ही तरीके से की। उसकी इस क्रूरता ने समाज के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि कैसे मानसिक स्वास्थ्य और नशे की लत व्यक्ति को इस हद तक बदल सकती है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने घटना स्थल पर सीन रीक्रिएशन की टीम को बुलाया है और जांच तेज कर दी है। आरोपी से पूछताछ जारी है, लेकिन पुलिस ने मीडिया के सामने कोई विशेष खुलासा नहीं किया है।
इस घटना ने न केवल फरीदाबाद बल्कि पूरे देश में अपराध की बढ़ती प्रवृत्तियों को उजागर किया है। यह घटना मानसिक स्वास्थ्य, नशे की लत, और युवाओं की सुरक्षा पर एक गंभीर चर्चा का विषय बन चुकी है।