CTU: चंडीगढ़ वासियों और आसपास के राज्यों के लोगों के लिए मंगलवार का दिन बेहद खास रहा… क्योंकि, चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग यानी के CTU की ओर से खरीदी गई 60 नई बसों सड़कों पर उतारने के लिए तैयार कर दिया है… इन बसों के संचालन से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य पड़ोसी राज्यों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी का रास्ता खुल जाएगा…
साथ ही कई नए रूट शुरू होंगे, जिससे लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा…वहीं, पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने आईएसबीटी-17 पर आयोजित कार्यक्रम में मंगलवार को इन बसों को हरी झंडी दिखाई।
ये 60 -बसें 31 रूटों पर दौड़ेंगी, जिनमें कई नए रूट शामिल हैं, तो कुछ पुराने रूटों पर भी बसों की संख्या बढ़ाई गई है। बता दें कि इन रूटों पर ट्रायल रन सफल रहा है। CTU ने इन नई एसी बसों को विशेष रूप से लांग रूट की मांग को ध्यान में रखते हुए तैयार करवाया है। ये बसें चंडीगढ़ से कई लोकप्रिय स्थलों के साथ-साथ अन्य कई नए रूटों पर भी संचालित होंगी।
वहीं, उन्होंने बताया कि, वर्तमान में शहर की सड़कों पर जो 80 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ रही हैं, वे केंद्र सरकार की फेम इंडिया स्कीम के अंतर्गत लाई गई हैं। प्रति बस केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ को 45 लाख रुपये की सब्सिडी दी है लेकिन अब सब्सिडी देने के मॉडल को बदला गया है। अब प्रति किमी 24 रुपये की सब्सिडी केंद्र देगा। CTU ने 12 मीटर की अल्ट्रा लो फ्लोर की 100 ई-बसों के लिए पीएमआई के साथ समझौता किया है। ये बसें डिपो नंबर-4 के 100 डीजल बसों की जगह लेंगी। किलोमीटर के आधार पर बसें चलाई जाएंगी, जिसके लिए सीटीयू 61.80 रुपये चुकाएगा। इसमें केंद्र सरकार से प्रति किमी 24 रुपये की सब्सिडी मिलेगी।
CTU के डायरेक्टर प्रद्युम्न सिंह का कहना है कि नई बसें न केवल यात्रियों के लिए आरामदायक होंगी बल्कि यात्रा समय को भी कम करेंगी। पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वाले पर्यटक और स्थानीय यात्री अब इन नई एसी बसों से अपने गंतव्य तक तेजी और आराम से पहुंच सकेंगे। बता दें कि चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग की यह नई बसें डिपो नंबर-एक की पुरानी 60 बसों को रिप्लेस करेंगी।
अधिकारियों के अनुसार, ये बसें यात्रियों को अधिक आराम और सुविधाएं प्रदान करेंगी। इन बसों में आधुनिक एसी सिस्टम, आरामदायक सीटें और मोबाइल चार्जिंग पोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा हर बस में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे यात्रियों को बसों की लोकेशन की रियल-टाइम जानकारी मिल सकेगी।
वर्तमान में शहर की सड़कों पर जो 80 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ रही हैं, वे केंद्र सरकार की फेम इंडिया स्कीम के अंतर्गत लाई गई हैं। प्रति बस केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ को 45 लाख रुपये की सब्सिडी दी है लेकिन अब सब्सिडी देने के मॉडल को बदला गया है। अब प्रति किमी 24 रुपये की सब्सिडी केंद्र देगा। वर्तमान में 40-40 करके 80 ई-बसों के लिए दो कंपनियों से समझौता हुआ है।
पहली 40 बसों के लिए अशोक लेलैंड से 10 साल के लिए 154.01 करोड़ और फरवरी 2022 में अन्य 40 बसों के लिए वोल्वो-आयशर के साथ 10 साल के लिए 115.44 करोड़ में समझौता हुआ। वोल्वो-आयशर को सीटीयू 44.99 रुपये प्रति किलोमीटर चुका रहा है।
ये बसें यात्रियों को अधिक आराम और सुविधाएं प्रदान करेंगी। इन बसों में आधुनिक एसी सिस्टम, आरामदायक सीटें और मोबाइल चार्जिंग पोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा हर बस में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी लगाया गया है, जिससे यात्रियों को बसों की लोकेशन की रियल-टाइम जानकारी मिल सकेगी।