उत्तर प्रदेश की आंवला लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के दो उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है. चूंकि एक ही पार्टी से दो उम्मीदवार थे, इसलिए उनकी उम्मीदवारी खारिज कर दी गई। खबर सामने आते ही यूपी से लेकर दिल्ली तक हलचल मच गई और जब खबर बसपा सुप्रीमो, मायावती और बरेली के अधिकारियों तक पहुंची तो आनन-फानन में जूम के जरिए मीटिंग की गई और इस बात पर मुहर लगा दी गई कि आंवला से बसपा का उम्मीदवार कौन है।

जूम मीटिंग में मायावती ने अधिकारियों से इस बात की पुष्टि की कि सैयद आबिद अली बहुजन समाज पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार हैं और पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है. इसके बाद बरेली के प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली और आबिद अली को उम्मीदवार मानते हुए उनकी उम्मीदवारी को वैध करार दिया और फर्जी उम्मीदवारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिया. इस मामले में गलत अभ्यर्थी के खिलाफ लखनऊ थाने में केस दर्ज कराया गया था.

बीएसपी सुप्रीमो ने बरेली के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर पुष्टि की कि जिस व्यक्ति को बहुजन समाज पार्टी की ओर से प्रत्याशी बनाया गया है, वो सैयद आबिद अली हैं और दूसरा फर्जी प्रत्याशी है. सत्यवीर सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. इसके बाद अधिकारियों ने सैयद आबिद अली को बीएसपी का प्रत्याशी मानते हुए इनका पर्चा जारी किया.

बरेली के सीडीओ ने बताया कि आंवला लोकसभा सीट पर दो लोग बीएसपी के प्रत्याशी होने का दावा कर रहे थे. दोनों के पास फॉर्म A-B था. दोनों के सिग्नेचर मौजूद थे. इससे कन्फ्यूजन हुआ हालांकि बाद में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा चुनाव आयोग में लिखित शिकायत की गई कि उनके द्वारा किसी सत्यवीर सिंह को कोई फॉर्म जारी नहीं किया गया है. इस मामले में बीएसपी महासचिव की ओर से लखनऊ में एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है, जिसकी रसीद मुख्य निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश में जमा कराई है.

उन्होंने बताया कि इसी कागज का संज्ञान लेते हुए एक जांच की गई. इसमें बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष Zoom एप के जरिए शामिल हुई. उनके अलावा मीटिंग में आंवला के ऑब्जर्वर और आबिद अली अपने एजेंट के साथ उपस्थित हुए. हालांकि इसमें दूसरे प्रत्याशी उपस्थित नहीं हुए. उसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आंवला से अपने प्रत्याशी के रूप में सैयद आबिद अली को कंफर्म किया.

बीएसपी प्रत्याशी आबिद अली ने इसका आरोप सपा प्रत्याशी नीरज मौर्य पर लगाया है. उन्होंने कहा कि यह नीरज मौर्य की साजिश थी. वो मुस्लिम वोट को अपाहिज बनाना चाहते हैं. जलालाबाद के रहने वाले नीरज मौर्य जलालाबाद के सत्यवीर का फर्जी सिंबल बनाकर फर्जी बहन जी के साइन बनाकर नीरज मौर्य ने यह फर्जी पर्चा दाखिल कराया था. इस चुनाव में मेरी एक जीत तो हो गई बहन जी के आशीर्वाद से दूसरी जीत जनता के हाथ में है. जनता से मैं यह अपील करूंगा, अभी जो आदमी फर्जी सिंबल तैयार करा सकता है फर्जी साइन तैयार करा सकता है वह तुम्हारे साथ क्या-क्या करेगा.

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