Channel 4 News India

गीता प्रेस के ट्रस्टी का बड़ा दावा, कहा बाहर से फेंकी गई शिविर में आग।

गीता प्रेस के ट्रस्टी का बड़ा दावा

प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में रविवार को भीषण आग लग गई थी। हालांकि मामले में किसी के भी हताहत होने की कोई खबर नहीं है। मेला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और फायर ब्रिग्रेड की सहायता से आग पर काबू पा लिया गया था। लेकिन यहां जो चीज निकल कर आ रही है वो ये है कि ये आग अपने आप नहीं लगी। और ये आग जानबूझकर लगाई गई। ऐसा हम नहीं कह रहे है ऐसा कह रहे है गीता प्रेस के ट्रस्टी ने। उन्होंने कहा है कि, आग को बाहर से उनके शिविर में फेंका गया है। अब उनके इस दावे ने महाकुंभ जैसे विशाल मेले में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए है।

 

गीता प्रेस के ट्रस्टी का बड़ा दावा

आपको बता दें कि ये आग सेक्टर-19 में अखिल भारतीय धर्म संघ गीता प्रेस गोरखपुर के कैंप में लगी थी। जिसके बाद ये आग चारों तरफ फैल गई और आग ने विकराल रूप ले लिया। आग में जानमाल की तो कोई हानि नहीं हुई लेकिन आग में कई कैंप और कैंपों में रखा सामान जलकर खाक हो गया। पहले की जांच में पता चला कि एक सिलेंडर में आग लगने की वजह से आग लगी। लेकिन गीता प्रेस के ट्रस्टी ने साफ करते हुए इसे साजिश करार दे दिया है। आइए बताते है उनका कहना क्या है

गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमकर ने बताया कि
“लगभग 180 कॉटेज बने हुए थे। हमने बहुत सावधानी से बनाया। सभी को मना किया गया कि, किसी प्रकार का अग्नि का कोई काम ना करें। जहां हमने BOUNDARY लगाई है उस तरफ हमने सर्कुलेटिव एरिया घोषित किया हुआ था कि लोग वहां ना आएं । पता नहीं प्रशासन ने किसको वो एरिया दे दिया. उस तरफ से अग्नि की कोई चीज हमारे तरफ आई और आग फैल गई। हमारा कुछ नहीं बचा सब खत्म हो गया। हमारी रसोई टीन शेड की थी, पक्की थी।”

वहीं सिलेंडर फटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, ‘हमारी रसोई टिन शेड की थी. हमने पूरी सावधानी बरती.’ दरअसल शुरुआती जानकारी के मुताबिक, पहले एक सिलेंडर में आग लगी आग के विकराल रूप लेने के बाद अलग-अलग टेंट में रखे सिलेंडर में एक के बाद एक कई ब्लास्ट हुए जिसके बाद लगभग आठ से नौ सिलेंडर में ब्लास्ट की जानकारी सामने आई है.

वहीं महाकुंभ मेला क्षेत्र में मौजूद एक व्यक्ति ने दावा किया है कि, 250 के आसपास टेंट आग से जलकर खाक हो गए हैं। और तो और आग की लपटें इतनी ऊंची थी कि, दूर-दूर से लोग उन लपटों को देख पा रहे थे। NDRF के DIG एमके शर्मा ने कहा,

 

‘यहां मौजूद सभी टीमों ने मिलकर काम किया और आग पर काबू पा लिया गया. NDFR की चार टीमें यहां तैनात की गई हैं.

Exit mobile version